प्रियांशु घोष और कलाकारो ने गायन एवं वादन के माध्यम से दर्शको हृदय को मंत्र मुग्ध किया

✒️ सारंग महाजन बुलढाणा (Buldhana प्रतिनिधी)

बुलढाणा(दि.31 जुलै) :- वाराणसी काशी रस के रूप मे काशीकेय संस्कृती ने नवीन स्वरूप को जन सामान्य से अवगत कराने एवं भावी पिढी को संस्कारित करणे के उद्देश से पुलीस कमिशनरेट वाराणसी की अप्रतिम पहल पर सुबह ए बनारस के अंतर्गत काशी रस जैसे अद्भुत कार्यक्रमा को प्रत्येक रविवार को संचालित किया जाता है |

काशी रस कार्यक्रम मे बनारस के युवा कलाकार प्रियांशु घोष ने गायन का शुभारंभ राग देश मध्ये लय झपताल झुले हिंडोला दुत तीन ताल गजरत बरसत ,भजन ,झुला एवं कजरी से समापन किया | सहगायन पर लवली, शाफीया, अभिषेक ,अमित | संगतकार कलाकार के रूप में तबले पर कोलकता के संजीव घोषाल, हार्मोनियम पर हर्षित उपाध्याय, मंजिरा पर हरिनारायण शारडा उपस्थित रहे |

समस्त कलाकारो ने गायन एवं वादन के माध्यम से दर्शको को हृदय को मंत्र मुग्ध किया | कलाकारो को प्रमाण पत्र विनय राय ( अढठ चैनल निर्देशक), धर्मेंद्र सिंह दिनू (डेन काशी के निर्देशक) प्रभुनाथ राय (दाढी), राम प्रकाश राय, बबलू सिंह (प्रधान) ने प्रदान किया |