नंदी बैल उत्सव चंद्रपुर के विट्ठल मंदिर वार्ड में मनाया गया

✒️संजय तिवारी चंद्रपूर जिल्हा (Chandrapur प्रतिनिधी)

चंद्रपूर(दि.4 सप्टेंबर) :- चंद्रपुर के विट्ठल मंदिर वार्ड में बड़ी धूमधाम से नंदी बैल स्पर्धा वेशभूषण स्पर्धा मनाया गया इस त्यौहार को महाराष्ट्र में बड़ी धूमधाम से बैंड बाजा डीजे के साथ मनाया गया और पोला महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ में किसानों द्वारा मनाया जाने वाला एक धन्यवाद उत्सव है .

जिसमें बैलों के महत्व को स्वीकार किया जाता है, और बैलों की पूजा की जाती है।कृषि और खेती की गतिविधियों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। पोला के दौरान, किसान अपने बैलों को खेत में काम नहीं करवाते हैं और यह त्यौहार 1806 में नागपुर के भोसले नामक व्यक्ति ने चालू किया था और यह त्यौहार तीन दिन मनाया जाता है पहले दिन मिट्टी के बैल बनाकर पूजा जाता है दूसरे दिन रियल बैलों की पूजा की जाती है.

तीसरे दिन लाकडियों के बैल बनाकर छोटे बच्चे वह उनके परिजनों द्वारा सजादजा के और बच्चे कोई किसान बनता है, कोई शंकर भगवान, कोई पार्वती माता, कोई महाकाली छोटे-छोटे बच्चे सज सवर के अपने लकड़ी के बैलों के साथ मंदिरों में जाकर पूजा अर्चना करते हैं और यह त्यौहार को कुछ गणमान्य व्यक्ति बच्चों का उत्सव बढ़ाते हुए प्राइज स्पर्धा के स्वरूप में मानते हैं ऐसे ही स्पर्धा विट्ठल मंदिर वार्ड में मनाया गया जिसके आयोजक समाज सेवक राहुल देवतडे सामाजिक कार्यकर्ता भानेश मातंगे भाऊ व बेबी ताई उइके दीपक जायसवाल आदि पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित थे.