गढ़चांदूर में हिंदी ब्राह्मण समाज का पारिवारिक स्नेह मिलन संपन्न

✒️चंद्रपूर(Chandrapur विदर्भ प्रतिष्ठा न्यूज नेटवर्क)

चंद्रपूर (दि.10 मार्च) :-  हिंदी ब्राह्मण समाज बहुउद्देशीय संस्था चंद्रपुर के माध्यम से गढचांदूर में समाज का पारिवारिक स्नेह मिलन कार्यक्रम दिनांक 3 मार्च 2024 को संपन्न हुआ। जिसमें गढ़चांदूर, मानिकगढ़, नांदाफाटा, राजुरा, बल्लारशाह से समाज बंधुओ ने सहपरिवार उत्साह के साथ सहभाग किया। इस कार्यक्रम में विप्र बंधुओं ने विशेषतः महिलाओं ने भजन कीर्तन की प्रस्तुति कर सभी का मन मोह लिया।

इस अवसर पर प्रोफेसर सौ रिता पांडे ने कहा की महिलाओं के सक्रियता से समाज के सकारात्मक निर्माण में सहकार्य होगा। महिलाएं ही संस्कृति की वाहक हैं और हर किसी की प्रथम गुरु माता ही होती है। 

 बल्लारशाह की सौ दयादेवी द्विवेदी ने कहा कि संस्कारों का पर्दा हमें सुसंस्कृत समाज गढ़ने में सहकारी होगा। नृत्यधारा की संचालिका कत्थक विशारद सौ पूनम झा ने कहा कि हिंदी ब्राह्मण समाज बहुउद्देशीय संस्था एक अभिनव मंच है जहां हम अपनी रचनात्मक भूमिका से समाज हित साध सकते हैं।“`अधिवक्ता सौ. सुमन त्रिपाठी जी का कहना था कि घर की जवाबदारी के साथ-साथ समाज निर्माण में महिलाएं प्रमुखता से आगे आ रही हैं।“` गडचांदूर की महिला सौ. संगीता त्रिपाठी, सौ लक्ष्मी पांडेय, सौ कुमकुम दीक्षित, सौ अनिता तिवारी सौ सुनैना उपाध्याय और भी बहुत बडी संख्या मे महिलाओ ने सहभाग लिया. इस आयोजन मे 300 अधिक महिला व पुरुषो की उपस्थिती रही.

 इस कार्यक्रम की अध्यक्षता घुग्घुस से समाज के मार्गदर्शक पंडित जगदीश तिवारीजी ने की।कार्यक्रम का संचालन पंडित ओमप्रकाश पाठक ने किया।प्रास्ताविक पंडित सुभाष त्रिपाठी ने किया तथा आभार प्रदर्शन पंडित धीरेंद्र मिश्रा ने किया।

 कार्यक्रम की शुरुआत संस्थापक अध्यक्ष पंडित विनोद कुमार तिवारी तथा प्रमुख मार्गदर्शक पण्डित मथुरा प्रसाद पांडे जी ने गढ़चांदुर के सभी नव नियुक्त पदाधिकारीयों को प्रमाण पत्र तथा स्मृति चिन्ह देकर उनका अभिनंदन किया। साथ ही उन्होंने समाज के सभी परिवारजनों से संगठन में सक्रियता से सहभागी होने का आवाहन किया।

 लॉयडस् मेटल घुग्घुस पावर प्लांट के जनरल मॕनेजर आदरणीय श्री रजनीश त्रिपाठी जी की मंच पर विशेष उपस्थिति रही।

 इस कार्यक्रम को सफल बनाने में. हिंदी ब्राम्हण समाज के ग्रामीण अध्यक्ष श्री आलोक त्रिपाठी और पंडित अरुण शुक्ला, पंडित राजकुमार पांडेय, पंडित अशोक कुमार मिश्रा, पंडित जितेंद्र दीक्षित, पंडित राजेंद्र उपाध्याय, पंडित ब्रिजेस तिवारी, और उनके सभी सहयोगिया का सहयोग रहा।